कांग्रेस और जेएमएम छात्र संगठन यहां के युवाओं का भविष्य बर्बाद करने में लगे : नीरज वर्मा
Ranchi Desk : आजसू के पूर्व उपाध्यक्ष नीरज वर्मा ने JSSC CGL परीक्षा को लेकर झारखंड सरकार पर तीखे प्रहार किए हैं। उन्होंने सत्ताधारी दलों से पूछा है कि आखिर 8 वर्ष बाद हुई जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा केवल 8 घंटे में ही क्यों रद्द कर दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार झारखंड के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही है।
उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि राज्य के युवा त्रस्त हैं और सरकार मंत्रिमंडल विस्तार की उलझनों में व्यस्त है। झारखंड सरकार पिछले साल एक हजार नियुक्तियां भी देने में विफल रही, जबकि इस सरकार ने हर साल यहां के 5 लाख युवाओं को नियुक्ति देने का वादा किया था। उस वादे का क्या हुआ।
JSSC CGL Paper Leak Case
कांग्रेस की छात्र इकाई सरकार के कृत्यों पर डाल रही है पर्दा
नीरज वर्मा ने आरोप लगाया कि 8 वर्ष बाद झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC CGL) की परीक्षा ली जाती है और परीक्षा खत्म होने के बाद 8 घंटे बीते बिना ही परीक्षा रद्द भी कर दी जाती है। यह कैसी विडंबना है।
उन्होंने कांग्रेस की छात्र इकाई को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि एनएसयूआई अपनी सरकार के युवा विरोधी कृत्यों पर पर्दा डालकर उसका समर्थन करने में लगी है। वह चुपचाप मौन रहकर यहां के युवाओं का भविष्य बर्बाद करने में सरकार का साथ दे रही है।
JSSC CGL News in Hindi
छात्र-छात्रा परीक्षा की मांग में लगे, कांग्रेस-जेएमएम ने मौन धारण किया
आजसू के पूर्व उपाध्यक्ष नीरज वर्मा ने कहा 28 जनवरी के बाद से झारखंड के कई छात्र संगठन और आम छात्र-छात्राएं लगातार JSSC CGL परीक्षा की मांग करने में जुटे हैं, लेकिन कांग्रेस और जेएमएम के छात्र संगठन इस मुद्दे पर मौन हैं। यह आश्चर्य की बात है।
उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट हो जाता है कि इन छात्र संगठनों को झारखंड के युवाओं के भविष्य से कोई मतलब नहीं है। इन संगठनों का उद्देश्य केवल झारखंड सरकार की छात्र-विरोधी नीतियों पर पर्दा डालना है।
JSSC CGL Examinations
आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष की पहल पर एसआईटी का गठन
नीरज वर्मा ने कहा कि JSSC CGL परीक्षा रद्द होने के तुरंत बाद 28 जनवरी से ही आजसू पार्टी छात्रों के अधिकार, सम्मान, न्याय और रोजगार के सवाल को लेकर सड़क पर है। पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो द्वारा सदन में सवाल उठाने के बाद सरकार ने आनन-फानन में एसआईटी का गठन किया।
उन्होंने दावा किया कि छात्रों को उनका हक दिलाने तक आजसू संघर्ष करती रहेगी। आजसू मांग करती है कि राज्य सरकार अविलंब झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष नीरज सिन्हा को बर्खास्त करे एवं परीक्षा पत्र लीक मामले में जल्द सीबीआई जांच की अनुसंशा करे।
-अनुवादक न्यूज ब्यूरो
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