आंदोलन और पूर्व सीएम चंपई सोरेन की कैबिनेट की घोषणा का भी नहीं हुआ लाभ : चंद्रदीप कुमार
Ranchi News : राज्य स्तरीय पंचायत सहायक संघ (Panchayat Sahayak Sangh) ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात का समय मांगा है। अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए दर-दर भटक रहे पंचायत सहायक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और कृषि मंत्री दीपिका पांडेय से मुलाकात भी की।
पंचायत सहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने इस मुलाकात के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि संघ के सदस्यों के साथ यह सरकार लगातार खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले हमें पंचायत सचिवालय स्वयंसेवक के नाम से जाना जाता था, जबकि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से वार्ता के बाद हमें पंचायत सहायक के नाम से जाना जाने लगा।
Panchayat Sahayak Sangh Meets Ministers
पिछले चुनाव के दौरान हेमंत सोरेन ने मांगें पूरी करने का दिया था आश्वासन
संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने बताया कि संघ के सदस्यों की मांगों को लेकर हेमंत सोरेन सरकार लगातार उदासीन रवैया दिखती रही है। उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान हेमंत सोरेन ने संघ के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता कर कहा था कि उनकी सरकार आने पर संघ की मांगों को पूरा किया जाएगा।
उनकी सरकार बनने के बाद जब संघ ने उनसे वार्ता की, तो उन्होंने आश्वासन दिया था कि सभी मांगें जल्द ही पूरी की जाएंगी। परंतु कुछ भी नहीं हुआ। इस कारण संघ के सदस्यों को अपनी मांगों को लेकर 253 दिनों का आंदोलन करने के लिए भी मजबूर होना पड़ा था।
Panchayat Sahayak Sangh Demands
चंपई सोरेन ने दर्द को समझा और कैबिनेट से घोषणा की
उन्होंने बताया कि इस बीच जब चंपई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने हमारे दर्द को समझा और हमारी मांगों को पूरा करने के लिए कदम उठाया। संघ के आंदोलन के दौरान 12 मार्च को मंत्रिपरिषद की बैठक में संघ की मांगों पर प्रस्ताव लाया गया था और 15 मार्च को संकल्प भी निकाल दिया गया था।
इसी आधार पर पंचायती राज विभाग की ओर से सभी जिले के उपायुक्तों और पंचायती राज पदाधिकारियों को सक्रिय स्वयंसेवकों की सूची विभाग के पास जमा करने के लिए कहा गया था। इसके बाद पंचायत सहायक संघ के सदस्यों को उम्मीद की एक किरण दिखाई देने लगी थी।
Panchayat Sahayak Sangh News In Hindi
पंचायत सहायकों की चयन प्रक्रिया पर अचानक ही लगा दिया ब्रेक
चंद्रदीप कुमार ने बताया कि अचानक 9 जुलाई, 2024 को पंचायती राज विभाग के उपनिदेशक संदीप दुबे ने एक चिट्ठी के माध्यम से घोषणा कर दी की पंचायत सहायकों की चयन प्रक्रिया को अपरिहार्य कारणों से अगले आदेश तक के लिए रोका जा रहा है। इस विभागीय चिट्ठी के कारण पंचायत सहायक संघ के सदस्यों में भारी आक्रोश उत्पन्न हो गया है।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है जैसे जब चंपई सोरेन मुख्यमंत्री बने, तो हमारी मांगों को पूरा किया गया, लेकिन अब हेमंत सोरेन के दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद हम लोगों के काम को रोका जा रहा है। इस संबंध में पंचायती राज विभाग की ओर से भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है।
Panchayat Sahayak Sangh Protest
मंत्रियों से मिलकर किया सीएम से मिलवाने का आग्रह
पंचायत सहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने बताया कि संघ के प्रतिनिधिमंडल ने ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. इरफान अंसारी से मुलाकात कर इस मामले का जल्द से जल्द समाधान करवाने का आग्रह किया। साथ ही विभाग की ओर से निकाली गई चिट्ठी को निरस्त करने के लिए आवेदन भी दिया गया।
ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और कृषि मंत्री दीपिका पांडेय से मिलने वाले संघ के प्रतिनिधिमंडल में संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार, सचिव युगल किशोर प्रसाद, कोषाध्यक्ष बाल गोविंद महतो, जिला अध्यक्ष मंटू कुमार, शमीम अख्तर, गौतम कुमार कुशवाहा और राजेंद्र नायक शामिल थे।
-अनुवादक खबर ब्यूरो
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