सत्ता पक्ष या विपक्ष में से कोई भी पत्रकारों के प्रति गंभीर नहीं, इसलिए समस्या : डॉ. अनुराग सक्सेना
Delhi Desk : जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया (Journalist Council of India) ने देश के सभी राजनीतिक दलों पर बड़ा हमला किया है। संगठन ने आरोप लगाया है कि पत्रकारों का हित किसी भी राजनीतिक दल के एजेंडे में शामिल नहीं है। इस कारण आज पत्रकारों को बेवजह प्रताड़ित करने का चलन शुरू हो गया है।
जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया (जेसीआई) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनुराग सक्सेना की अध्यक्षता में आयोजित एक मैराथन वर्चुअल मीटिंग के दौरान उपरोक्त बातें सामने आईं। पत्रकारों में इस बात को लेकर आक्रोश देखा गया कि कोई भी राजनीतिक दल उनके हितों के प्रति गंभीर नहीं है। इस दौरान देश भर में पत्रकार सुरक्षा कानून भी जल्द से जल्द लागू करने की मांग उठाई गई।
Journalist Council of India Virtual Meeting
सत्ता पक्ष हो या विपक्ष, किसी को पत्रकार की चिंता नहीं
जेसीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनुराग सक्सेना ने पत्रकारों के प्रति देश के सभी राजनीतिक दलों की मंशा पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को फर्श से अर्श तक पहुंचाने में पत्रकार महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। परंतु पक्ष या विपक्ष में से किसी को भी पत्रकारों के हित की चिंता नहीं है।
उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि हर मोर्चे पर प्रभावी कदम उठाने वाले हमारे प्रधानमंत्री भी पत्रकार हितों के बारे में कोई बात नहीं कर रहे। आज सभी राजनीतिक दल अपने एजेंडे में हर वर्ग की बात करते हैं, लेकिन पत्रकारों की बात किसी के भी एजेंडे में नहीं है।
Journalist Council of India Questioned Political Parties
पत्रकारों पर बेवजह हो रहे हैं हमले, किया जा रहा है प्रताड़ित
डॉ. अनुराग सक्सेना ने कहा कि आज पत्रकारों के ऊपर बेवजह हमले हो रहे हैं। उन्हें बिना किसी कारण के प्रताड़ित किया जा रहा है। पत्रकारों को झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। इस कारण वे खुलकर और निडर होकर अपना काम नहीं कर पा रहे हैं।
उन्होंने सवाल उठाया कि आज जब सबकुछ डिजिटल हो रहा है, तो ई-पेपर को मान्यता न देना कहां तक नीति संगत है। देश भर के पत्रकार अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं, परंतु सरकार पत्रकारों के हित में पत्रकार सुरक्षा कानून पारित नहीं कर रही है। इससे पत्रकारों के प्रति सरकार के मंसूबों का पता चल रहा है।
Journalist Council of India Delhi News
अविलंब लागू हो पत्रकार सुरक्षा कानून
अपनी बात रखते हुए जेसीआई के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. आरसी श्रीवास्तव ने कहा कि सरकार को पत्रकारों के हितों पर तत्काल गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। साथ ही पत्रकारों की सुरक्षा के देखते हुए अविलंब पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना चाहिए।
वर्चुअल मीटिंग के दौरान बिहार के वरिष्ठ पत्रकार एवं जेसीआई के वरिष्ठ पदाधिकारी कुणाल भगत ने बिहार के पत्रकारों की समस्याएं उठाईं। उन्होंने कहा कि बिहार में भी पत्रकारों को बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है और उनके ऊपर फर्जी मुकदमे किए जा रहे हैं।
Journalist Council of India Online Meeting
पत्रकार सुरक्षा कानून पर अपनी नीति स्पष्ट करे सरकार
वरिष्ठ पत्रकार और जेसीआई की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य अशोक झा ने सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून पर अपनी नीति स्पष्ट करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करे, ताकि पत्रकार पूरी सुरक्षा की भावना के साथ कार्य कर सकें।
लगभग ढाई घंटे से भी अधिक समय तक चली इस मैराथन वर्चुअल मीटिंग में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्यप्रदेश, पंजाब, दिल्ली सहित कई राज्यों के पत्रकारों ने अपनी बात रखी। सभी ने कहा कि अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे पत्रकारों के साथ सरकार को न्याय करना चाहिए, ताकि वे निर्भीक होकर अपना कार्य कर सकें।
Journalist Council of India Meeting Decision
पूरी ताकत से लड़ी जाएगी पत्रकारों के हित की लड़ाई
वर्चुअल मीटिंग में शामिल पत्रकारों ने सर्वसम्मति से अपनी मांगों के लिए सरकार के सामने आवाज बुलंद करने की बात कही। पत्रकारों ने कहा कि यदि उनकी मांगों को नहीं माना जाता है और पत्रकार सुरक्षा कानून लागू नहीं किया जाता है, तो जेसीआई के बैनर तले पूरी ताकत से पत्रकारों के हित की लड़ाई लड़ी जाएगी।
विचार व्यक्त करने वालों में वरिष्ठ पत्रकार एवं संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी डॉ. विवेक पाठक, अशोक झा, निखिल केडी वर्मा, संजय, कुणाल भगत, हरिशंकर पाराशर, नागेंद्र पांडेय, विजय कुमार, शशि कुमार, सुमन, रामानंद, राघवेंद्र त्रिपाठी, संजय कुमार, राजेश कुमार, एसपी चौधरी, अंशिका ओझा, आशीष कुमार प्रमाणिक, निर्मित कुमार, राजीव रंजन, जितेंद्र पाठक, दिया नंदिनी, विक्रांत, राज लूनिया, राजेश पांडेय, संजय कुमार सिंह, अब्दुल बासित, विवेक पटनायक, राजा अवस्थी सहित अनेक पत्रकार शामिल थे।
-अनुवादक खबर ब्यूरो
क्या आप कम खर्च में एक शानदार वेबसाइट चाहते हैं? तो यहां क्लिक करें।