चयन प्रक्रिया पर रोक लगाने का आदेश देख आक्रोश में पंचायत सहायक संघ के सदस्य
Ranchi News : राज्य स्तरीय पंचायत सहायक संघ (Panchayat Sahayak Sangh) ने अपनी मांगों को लेकर झारखंड सरकार को बड़ी चेतावनी दी है। संघ ने घोषणा की है कि यदि कैबिनेट की घोषणा के अनुसार उनकी मांगों को लागू नहीं किया गया, तो संघ के बैनर तले 22 जुलाई से एक बार फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल और धरना-प्रदर्शन आरंभ किया जाएगा।
इस संबंध में बुधवार को पंचायत सहायक संघ की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार की अध्यक्षता में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जिस प्रकार झारखंड सरकार सदस्यों के साथ खिलवाड़ कर रही है, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
Panchayat Sahayak Sangh To Protest Again
पंचायती राज विभाग ने चिट्ठी निकालकर लगा दी है चयन प्रक्रिया पर रोक
बैठक को संबोधित करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने संघ के सदस्यों के दर्द को समझा और 12 मार्च को मंत्री परिषद की बैठक में संघ की मांगों पर प्रस्ताव लाया गया था। इसके बाद 15 मार्च को संकल्प भी निकाल दिया गया था।
उन्होंने कहा कि अचानक 9 जुलाई को पंचायती राज विभाग के उपनिदेशक संदीप दुबे ने एक चिट्ठी के माध्यम से पंचायत सहायकों की चयन प्रक्रिया को अगले आदेश तक रोकने की घोषणा कर दी। इस विभागीय चिट्ठी के कारण पंचायत सहायक संघ के सदस्यों में भारी आक्रोश उत्पन्न हो गया है।
Panchayat Sahayak Sangh Plans Big
चंपई सोरेन की कैबिनेट से की गई थी महत्वपूर्ण घोषणाएं
चंद्रदीप कुमार ने कहा कि कैबिनेट से 12 मार्च को की गई घोषणा के अनुसार पंचायत स्वयंसेवकों को प्रत्येक महीने 2500 रुपए की प्रोत्साहन राशि देने, पंचायत स्वयंसेवकों का नाम बदलकर पंचायत सहायक करने, पंचायत सहायकों के चार सदस्यों को हेल्प डेस्क में काम करने एवं पंचायत सहायक के सदस्यों को प्रत्येक वर्ष ग्राम सभा से अनुमोदित करने की बात पर मुहर लगी थी।
साथ ही घोषणा में यह बात भी शामिल थी कि पंचायत सहायक के सदस्यों के कार्यों का मूल्यांकन हर महीने मुखिया और पंचायत सचिव द्वारा किया जाएगा, पंचायत सहायक के सदस्य 60 वर्ष तक अपने पंचायत में कार्य कर सकेंगे और पंचायत सहायक के सदस्यों के ऊपर किसी प्रकार का आरोप लगने और उन्हें निष्कासित होने की स्थिति में वे स्वयं को दोष मुक्त साबित करने के लिए एक महीने के अंदर पंचायती राज निदेशक के यहां आवेदन कर सकेंगे।
Panchayat Sahayak Sangh Demands
पंचायती राज विभाग ने फेर दिया उम्मीदों पर पानी
पंचायत सहायक संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रदीप कुमार ने कहा कि पंचायती राज विभाग के उपनिदेशक संदीप दुबे की ओर से अचानक 9 जुलाई को निकाली गई चिट्ठी ने संघ के सदस्यों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। इस चिट्ठी के माध्यम से बिना कोई कारण बताए ही पंचायत सहायकों की चयन प्रक्रिया को अगले आदेश तक रोकने की घोषणा कर दी गई है। इस कारण संघ के सदस्यों में भारी आक्रोश नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री बनने के बाद हमारे दर्द को समझा, लेकिन जैसे ही हेमंत सोरेन दोबारा मुख्यमंत्री बने, तो उन्होंने हमारे दर्द को नजरअंदाज करते हुए हमारा काम रुकवा दिया। यह संघ के सदस्यों के लिए एक असहनीय पीड़ा वाली स्थिति है।
Panchayat Sahayak Sangh Protest In Ranchi
मंत्रियों से की थी मुलाकात, अब 22 से करेंगे हड़ताल
चंद्रदीप कुमार ने कहा कि चयन प्रक्रिया पर रोक लगाने संबंधी चिट्ठी को निरस्त करने और चंपई सोरेन की कैबिनेट से की गई घोषणाओं को लागू करवाने की मांग को लेकर संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. इरफान अंसारी और कृषि मंत्री दीपिका पांडेय से भी मुलाकात की थी। प्रतिनिधिमंडल ने इन मंत्रियों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलवाने का आग्रह भी किया था। लेकिन इसका कोई लाभ होता नजर नहीं आ रहा है।
उन्होंने कहा कि यदि झारखंड कैबिनेट से 12 मार्च को की गई घोषणाओं को जल्द से जल्द लागू नहीं किया गया, तो उसे लागू करवाकर अपनी मांगें पूरी करवाने के लिए पंचायत सहायक संघ के बैनर तले आगामी 22 जुलाई से एक बार फिर अनिश्चितकालीन हड़ताल और धरना-प्रदर्शन करते हुए आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा।
-अनुवादक खबर ब्यूरो
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